Deoria News: सलेमपुर में बरात में फूड प्वाइजनिंग: 50 से अधिक लोग बीमार, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

Deoria News: सलेमपुर/भाटपार रानी क्षेत्र में एक शादी समारोह के दौरान फूड प्वाइजनिंग की गंभीर घटना सामने आई है। भाटपार रानी के सूजीपुर गांव से बिहार के गोपालगंज जिले के कटयां में गई एक बरात में शामिल 50 से अधिक लोग खाने के बाद अचानक बीमार हो गए। इस घटना ने खाद्य सुरक्षा और सामाजिक आयोजनों में स्वच्छता के प्रति लापरवाही का मुद्दा फिर से उजागर कर दिया है।

क्या हुआ था?

गुरुवार को सूजीपुर गांव के निवासी देवी दयाल गुप्ता के बेटे ईश्वर गुप्ता की बरात कटयां के एक मैरिज हॉल में गई थी। बरात में शामिल लोगों ने बताया कि शाम को भोजन करने के बाद कई लोगों को अचानक उल्टी और दस्त की शिकायत शुरू हो गई। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और बरात में अफरातफरी मच गई। शुक्रवार सुबह तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलेमपुर में 15 मरीज इलाज के लिए पहुंचे, जबकि अन्य का इलाज निजी अस्पतालों या घर पर चल रहा है।
बीमार हुए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। प्रभावित लोगों में शुभावती देवी (58), गरिमा गुप्ता (18), अंशु कुमारी (22), अंजली कुमारी (30), अनीता कुमारी (22), इंद्रावती (45), निकिता (15), पलक (9), संगीता देवी (32), और अर्पित (11) जैसे नाम सामने आए हैं। सभी मरीज सूजीपुर गांव के हैं, और अभी तक लड़की पक्ष (गोपालगंज) के लोगों के बीमार होने की कोई खबर नहीं है।

फूड प्वाइजनिंग का संभावित कारण

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मैरिज हॉल में परोसा गया भोजन दूषित हो सकता है। खाने को अनहाइजीनिक तरीके से तैयार करने या स्टोर करने की वजह से यह घटना हुई होगी। हालांकि, अभी तक खाद्य विभाग ने भोजन के नमूनों की जांच शुरू नहीं की है, जिससे सटीक कारण का पता नहीं चल सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्मी के मौसम में खाद्य पदार्थ जल्दी खराब हो सकते हैं, और कैटरिंग सेवाओं में स्वच्छता पर ध्यान न देना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देता है।

स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलेमपुर में मरीजों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि ज्यादातर मरीजों की हालत स्थिर है, लेकिन कुछ को गहन निगरानी में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक गांव में कोई विशेष स्वास्थ्य शिविर या जांच अभियान शुरू नहीं किया है, जिसकी स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं।

खाद्य सुरक्षा पर सवाल

यह घटना शादी और सामाजिक समारोहों में खाद्य सुरक्षा के प्रति लापरवाही को दर्शाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि मैरिज हॉल और कैटरिंग सेवाओं को खाद्य सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करना चाहिए। गर्मी के मौसम में खाने को ठंडा और स्वच्छ रखना बेहद जरूरी है।

स्थानीय लोगों की मांग

सूजीपुर गांव के लोग इस घटना से आक्रोशित हैं और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि मैरिज हॉल और कैटरिंग सेवा की जांच हो, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, प्रभावित लोगों के लिए मुफ्त इलाज और स्वास्थ्य जांच की सुविधा की मांग भी उठ रही है।

आगे क्या?

फूड प्वाइजनिंग की इस घटना ने प्रशासन और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को तुरंत एक्शन लेने के लिए मजबूर किया है। यह जरूरी है कि:
खाद्य विभाग तुरंत भोजन के नमूने जांचे।
प्रभावित गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं।
मैरिज हॉल और कैटरिंग सेवाओं के लिए सख्त दिशानिर्देश लागू किए जाएं।
सलेमपुर की इस घटना ने एक बार फिर सामाजिक आयोजनों में खाद्य सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। प्रभावित लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस मामले में तेजी से कार्रवाई करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा।

Leave a Comment